जहर शरीर में कैसे काम करता है और साँप के काटने पर क्या होता है?
परिचय
जहर एक ऐसा पदार्थ होता है जो शरीर में प्रवेश करने के बाद नुकसान पहुँचाता है। यह खाने, पीने, साँस लेने या त्वचा के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है। साँप का जहर प्राकृतिक रूप से बनने वाला एक ख़तरनाक जहर होता है, जो इंसान के शरीर पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। इस ब्लॉग में हम समझेंगे कि जहर शरीर में कैसे काम करता है और जब साँप काटता है तो शरीर में क्या बदलाव होते हैं।
जहर के प्रकार
हर जहर का असर अलग-अलग होता है। मुख्य रूप से जहर चार प्रकार के होते हैं:
रासायनिक जहर – यह घर में इस्तेमाल होने वाले क्लीनर, कीटनाशकों और औद्योगिक रसायनों में पाया जाता है।
जीवाणु और वनस्पति जहर – यह कुछ पौधों, बैक्टीरिया और जानवरों (जैसे साँप, बिच्छू, जहरीली मशरूम) से उत्पन्न होते हैं।
रेडिएशन जहर – यह रेडिएशन या विकिरण के संपर्क में आने से शरीर को नुकसान पहुँचाता है।
साँप का जहर – यह सबसे खतरनाक जैविक जहरों में से एक है और शरीर पर अलग-अलग प्रभाव डाल सकता है।
जहर शरीर में कैसे काम करता है?
जब जहर शरीर में प्रवेश करता है, तो यह हमारे अंगों और कोशिकाओं को प्रभावित करता है। इसका असर इस पर निर्भर करता है कि यह कौन से प्रकार का जहर है:
न्यूरोटॉक्सिन (Neurotoxin) – यह तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) को प्रभावित करता है और शरीर को लकवा (paralysis) मार सकता है। यह साँस लेने में तकलीफ, शरीर का सुन्न होना और मौत का कारण बन सकता है।
हीमोटॉक्सिन (Hemotoxin) – यह खून की कोशिकाओं को नष्ट करता है और आंतरिक रक्तस्राव (Internal Bleeding) को बढ़ाता है, जिससे अंगों को नुकसान हो सकता है।
साइटोटॉक्सिन (Cytotoxin) – यह कोशिकाओं को नष्ट करता है, जिससे घाव और सूजन हो सकती है। अगर समय पर इलाज न मिले तो शरीर के किसी हिस्से को काटना (Amputation) पड़ सकता है।
मायोटॉक्सिन (Myotoxin) – यह मांसपेशियों को नुकसान पहुँचाता है और दिल व किडनी पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।
जब साँप काटता है तो क्या होता है?
जब जहरीला साँप काटता है, तो वह शरीर में जहर छोड़ता है। इसके प्रभाव इस बात पर निर्भर करते हैं कि साँप का जहर किस प्रकार का है:
1. न्यूरोटॉक्सिक जहर (मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम पर असर डालने वाला जहर)
यह कोबरा, करैत और मम्बा जैसे साँपों में पाया जाता है।
लक्षण: शरीर सुन्न हो जाता है, आँखों की पलकें गिरने लगती हैं, साँस लेने में परेशानी होती है और व्यक्ति कोमा में जा सकता है।
2. हीमोटॉक्सिक जहर (खून को प्रभावित करने वाला जहर)
यह वाइपर और रैटलस्नेक जैसे साँपों में पाया जाता है।
लक्षण: खून जमने की क्षमता कम हो जाती है, आंतरिक रक्तस्राव शुरू हो जाता है और शरीर के अंगों को नुकसान पहुँच सकता है।
3. साइटोटॉक्सिक जहर (कोशिकाओं को नष्ट करने वाला जहर)
यह कुछ वाइपर और थूकने वाले कोबरा में पाया जाता है।
लक्षण: काटे गए स्थान पर भयंकर दर्द, सूजन और टिशू नष्ट होने की समस्या हो सकती है। अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो प्रभावित अंग काटना पड़ सकता है।
4. मिश्रित जहर
कुछ साँपों, जैसे किंग कोबरा, में मिश्रित जहर होता है जो शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करता है।
साँप के काटने पर क्या करें?
अगर किसी को जहरीले साँप ने काट लिया है, तो तुरंत निम्नलिखित कदम उठाएँ:
शांत रहें – घबराने से दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है और जहर जल्दी फैलता है।
घायल अंग को स्थिर रखें – जिस अंग को साँप ने काटा है, उसे हिलने-डुलने न दें और उसे दिल से नीचे रखें।
तंग कपड़े और गहने हटा दें – सूजन बढ़ने से पहले अंग को मुक्त कर दें।
जहर चूसने की कोशिश न करें – यह सिर्फ एक मिथक है और इससे संक्रमण हो सकता है।
शराब या कैफीन से बचें – ये चीज़ें जहर के असर को तेज कर सकती हैं।
तुरंत अस्पताल जाएँ – साँप के जहर का इलाज सिर्फ एंटी-वेनम (Anti-venom) इंजेक्शन से हो सकता है।
अल्फा हेल्प फाउंडेशन की भूमिका
अल्फा हेल्प फाउंडेशन समाज में साँप के काटने से होने वाले खतरों और उनके बचाव के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कार्य करता है। हमारी संस्था:
शिक्षा कार्यक्रम चलाकर लोगों को साँप के काटने पर प्राथमिक उपचार के बारे में बताती है।
फ्री ट्रेनिंग सेशन आयोजित कर गाँव और दूर-दराज़ के इलाकों में स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करती है।
जागरूकता अभियान चलाकर साँपों के बारे में सही जानकारी देती है, ताकि लोग अफवाहों पर विश्वास न करें।
मेडिकल पेशेवरों के साथ मिलकर सही और तेज़ इलाज को बढ़ावा देती है, जिससे साँप के काटने से होने वाली मौतों को कम किया जा सके।
हमारा उद्देश्य है कि लोग साँप के काटने को लेकर सतर्क रहें और सही समय पर उपचार प्राप्त करें, जिससे ज़िंदगियाँ बचाई जा सकें।
निष्कर्ष
जहर शरीर पर अलग-अलग तरीकों से असर डालता है और साँप का जहर विशेष रूप से घातक हो सकता है। लेकिन सही जागरूकता और उपचार से इस खतरे को कम किया जा सकता है। अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहाँ साँप पाए जाते हैं, तो साँप के काटने पर प्राथमिक उपचार के बारे में जानना बहुत ज़रूरी है।
सुरक्षित रहें, सतर्क रहें!
by-Alpha help foundation
Good👍
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